कहानी--पतिपरमेश्वर
कमला देवी का ब्लडप्रेशर लगातार ऊपर नीचे हो रहा था,पिछले कई हफ्तों से।ढलती उम्र थी वैसे भी...डॉक्टर ने वैसे ही चेतावनी दे रखी थी।
सोडियम कम नहीं होना चाहिए, शुगर लेवल मेंटेन रखना है.. बीपी की रेगुलर चेकअप जरूरी है।
कोई टेंशन नहीं देना है..कभीकभी इनकी अव्यवस्थाओं के कारण हार्ट अटैक के चाँसेज बन जाते हैं।
डॉक्टर ने ये सारी रुटीन जारी कर दिया था।
,,तीज आने वाला है।मुझे तैयारी करनी होगी।,,हमेशा की तरह पुराना राग छेड़ते हुए कमला देवी ने कहा।
,,माँ ,आपकी तबियत खराब है।व्रत उपवास के कोई मतलब ही नहीं।।,,बेटे ने समझाया।
पति ने भी लाख समझाया मगर कमला देवी नहीं मानी।
,,नहीं, ऐसा कैसे हो सकता है।यह तो घोर अपशगुन होगा।पति परमेश्वर के लिए होता आया है सदियों से.. न ये तो हो ही नहीं सकता.. भला तीज कैसे न करें?,,
कमला देवी ने निर्जला उपवास कर विधि विधान से तीज की पूजा तो कर ली लेकिन फिर तबीयत बहुत ही खराब हो गई।
उच्च रक्तचाप, हृदय की धड़कन, डिहाइड्रेशन और भी पता नहीं क्या.. क्या.. मामला पूरी तरह से क्रिटिकल हो गया।
कमला जी को अस्पताल में एडमिट कराना पड़ा।
घरवालों की हालत पतली थी क्योंकि डॉक्टर ने स्थिति को गंभीर बताया था।मगर कमला जी खुश थीं कि उन्होंने तीज अच्छी तरह से बिना खाएपीए संपन्न कर लिया था।
अब मरने के बाद का डर नहीं था।उन्हें मरने के बाद मुक्ति अवश्य मिल जाएगी।
अस्पताल में पड़ी कमला जी का शरीर नर्क बन रहा था।
पति की सारी कमाई अस्पताल के बिल भरने में लग चुकी थी।
दोनों हाथों में स्लाइन वाटर, नाक में फूड पाइप ,ऑक्सीजन की नली सब लगाकर वह मृत्यु का इंतजार कर रही थी।
आखिर उन्होंने पत्नी धर्म का पालन अच्छी तरह से कर लिया था।
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सीमा..✍️
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#लघुकथा प्रतियोगिता
#जॉनरः सामाजिक
Shrishti pandey
08-May-2022 09:18 AM
Nice
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Abhinav ji
08-May-2022 08:43 AM
Nice
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Mohammed urooj khan
27-Apr-2022 09:30 AM
Nice कहानी mam 👌👌👌
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Seema Priyadarshini sahay
28-Apr-2022 08:45 PM
आभार आदरणीय
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